http://www.bbc.co.uk/blogs/hindi/2009/08/post-24.html
इसमें संजीवजी ने काफी हद तक सही लिखा है | वाजपेयी जी के सन्यांस , अडवाणीजी के बड़बोलेपन और राजनाथजी की अयोग्यता ने भाजपा को बहुत नुकसान पहुँचाया है | लेकिन भाजपा की वर्तमान स्तिथि के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को कितना जिम्मेदार ठहराया जा सकता है यह पता करना कठिन है | वर्तमान में अगर कोई भाजपा का नेतृत्व सम्हालने योग्य है तो वह नरेन्द्र मोदी है | चूँकि मोदीजी संघ के प्रचारक रह चुके है इसलिए संघ को उनको नाम पर कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए | शायद अडवाणीजी या राजनाथजी की महत्वकांशा ही भाजपा अध्यक्ष पद और उसके सही उत्तराधिकारी के बीच आ रही है | अगर २००९ का लोकसभा चुनाव मोदीजी के नेतृत्व में लड़ा जाता तो परिणाम कुछ और भी हो सकता था | भाजपा को पहले एक कुशल नेतृत्व की आवश्यकता है और फिर अपने बुनियादी संगठन को मजबूत करने की तभी उसका उत्थान संभव है |
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